हरिद्वार। ज्वालापुर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक रवि बहादुर ने मानसून सत्र की प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए विधायक रवि बहादुर ने कहा कि हरिद्वार जिले की जनता को पता चलना चाहिए कि सदन में क्या हुआ। दिशाहीन हो चुकी भाजपा सरकार का संवाद में विश्वास नहीं है। सत्र चलाने का केवल दिखावा किया गया। सरकार तानाशाही पर उतारू है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के साथ दुर्व्यवहार किया गया। विधायकों पर मुकदमे दर्ज किए गए है।ं नियमावली की धज्जियां उड़ाई जा रही है। रवि बहादुर ने कहा कि मानसून सत्र में विपक्ष कानून व्यवस्था पर चर्चा करना चाहता था। लेकिन सरकार ने संख्या बल के आधार पर विपक्ष को बोलने नहीं दिया। सरकार को जनता के हित से कोई लेना देना नहीं है। नैनीताल में पंचायत चुनाव में गुंडागर्दी की गई। नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ धक्का मुक्की हुई। चार दिन का एजेंडा देकर सरकार ने डेढ़ दिन में ही सदन को निपटा दिया। विपक्ष प्रदेश की जनता के हितों के लिए गैरसैंण में डटा रहा। किसानों के लिए की गई घोषणाओं पर अमल नहीं हुआ। भ्रष्टाचार, खनन और विकास पर सरकार चर्चा नहीं करना चाहती। सरकार सवालों से भाग रही है। रवि बहादुर ने यह भी सवाल उठाया कि मित्र पुलिस की कार्यशैली को पूरे प्रदेश की जनता ने देखा है। यदि सदन में चर्चा होती तो पुलिस के अत्याचार पर सवाल उठते। लोगों का ध्यान भट़काया जा रहा है। अपनी कमियों को छुपाने के लिए हिंदू मुस्लिम कर सांप्रदायिक माहौल खराब करने के उद्देश्य से इस तरह के काम किए जा रहे हैं। पूर्व सभासद अशोक शर्मा एवं ग्रामीण जिला अध्यक्ष राजीव चौधरी ने कहा कि सत्र के माध्यम से प्रदेश के विकास की बात होनी चाहिए थी। लेकिन सत्र को जल्दी समाप्त कर विपक्ष के मुद्दों से सरकार पीछा छुड़ाना चाहती है। प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज नहीं है। किसानों पर अत्याचार किए जा रहे हैं। इस दौरान विभाष मिश्रा, पार्षद अरशद ख्वाजा, विशाल प्रधान, सागर बेनीवाल, सचिन, निखिल सोदाई, सचिन चौधरी सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
संवाद में नहीं है सरकार का विश्वास-रवि बहादुर

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