समर कैंप का उद्देश्य; बच्चों में रचनात्मक विकास: मनु रावत

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*** समर कैंप में बच्चों को निशुल्क स्कूल बैग, जूस ,बिस्कुट और चाकलेट बांटी

हरिद्वार। स्पर्श गंगा संयोजिका मनु रावत ने कहा कि समर कैंप का मुख्य उद्देश्य बच्चों में रचनात्मकता का विकास करना है। साथ ही उनमें आत्म अनुशासन, नेतृत्व और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना जागृत करना है।

गौरतलब है कि स्पर्श गंगा कार्यालय, जगजीतपुर में निःशुल्क स्पर्श गंगा समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। मंगलवार, छठे दिन समाजसेवी अनूप डुकलान एवं मनीषा डुकलान की ओर से बस्ती में रहने वाले जरूरतमंद परिवार के बच्चों को स्कूल बैग, जूस ,बिस्कुट और चाकलेट बांटी गई और साथ ही बच्चों को अनुशासन और आत्म-नियंत्रण का महत्व भी समझाया गया। इसके साथ ही सभी छात्रों को जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा भी दी गई। कैंप संयोजिका रीता चमोली ने बताया कि यह कैंप पूरी तरह निशुल्क है और इसमें हम आसपास की बस्ती में रहने वाले जरूरतमंद परिवार के बच्चों को डांस, योग, ज्वेलरी मेकिंग, आर्ट एंड क्राफ्ट बनाना सीखा रहे हैं। कनक आत्रे, और रिद्धि श्रीराजवंश बच्चों को प्रशिक्षित कर रही है। रोज़ाना तीन घंटे बच्चों को डांस,योग और आर्ट निशुल्क सीखा रही है। समाजसेवी अनुप डुकलान ने कहा कि हर बच्चे के अंदर कोई न कोई प्रतिभा छुपी होती है। मेहनत और लग्न से बच्चे अपनी प्रतिभा को निखार कर देश और समाज में रोल मॉडल बन सकते है। उन्होंने बच्चों को मां गंगा को स्वच्छ निर्मल बनाने के लिये संकल्प दिलाया।‌कैंप को सफल बनाने में समृद्ध डुकलान,अर्जुन डुकालान रिद्दी राजवंश, कनक आत्रे,मालती भारद्वाज, बिमला ढोड़ियाल,मंजू नौटियाल सहित अन्य लोग सहयोग कर रहे हैं।

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