देहरादून. इस मॉनसून बारिश और बादल फटने की घटना ने उत्तराखंड में लोगों का बहुत नुकसान हुआ है।लोगों के आशियाने और अपने भी इस जलप्रलय में चले गए। इस दुख को तो कभी खत्म नहीं किया जा सकता है लेकिन उन्हें राहत देने की कोशिश जरूर की जा सकती है। मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण यानी एमडीडीए के अधिकारियों और कर्मचारियों ने आपदा पीड़ितों के लिए एक सराहनीय काम किया है। दरअसल, उत्तरकाशी के धराली और चमोली जिले के थराली क्षेत्र में आई भीषण आपदा से प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए सराहनीय पहल की है। आपदा प्रभावित इलाकों में कई परिवार अपनों को खो बैठे हैं, सैकड़ों लोग अब भी भोजन, आश्रय और दैनिक जरूरतों से जूझ रहे हैं।
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उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के नेतृत्व में निर्णय लिया गया कि प्राधिकरण के सभी नियमित अधिकारी एवं कर्मचारी अपने सितंबर माह का एक दिन का वेतन आपदा राहत के लिए देंगे। इस राशि को संकलित कर मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में जमा कराया जाएगा।एमडीडीए की इस पहल को व्यापक स्तर पर सराहना मिल रही है। यह न केवल आपदा पीड़ितों को तात्कालिक राहत प्रदान करेगी, बल्कि यह संदेश भी देगी कि संकट की घड़ी में सरकारी संस्थान व कर्मचारी समाज के साथ मजबूती से खड़े हैं।
एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि
“आपदा की इस विकट घड़ी में प्रभावित परिवारों की पीड़ा हम सभी की साझा पीड़ा है। एक दिन का वेतन देना हमारा कर्तव्य और सामाजिक दायित्व है। यह योगदान भले ही छोटा लगे, परंतु इसका उद्देश्य प्रभावित परिवारों को यह विश्वास दिलाना है कि पूरा प्रदेश उनके साथ खड़ा है।”