मध्य एशिया में हालात ठीक नहीं चल रहे है। इजराइल फिलिस्तीन के बीच जंग जारी है। गाजा तबाह हो गया है। इस बीच भारत सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए ईरान और इजराइल को लेकर ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। विदेश मंत्रालय ने भारतीयों को दोनों देशों की यात्रा करने से मना किया है। जिसके साथ ही सावधानी बरतने की भी बात की है।
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि क्षेत्र में मौजूदा स्थिति को देखते हुए सभी भारतीयों को सलाह दी जाती है कि वे अगली सूचना तक ईरान या इजराइल की यात्रा न करें।इसके साथ-साथ जो लोग इजराइल या ईरान में रह रहे हैं, उनसे अनुरोध है कि वे वहां भारतीय दूतावासों से संपर्क करें और अपना रजिस्ट्रेशन कराएं. अपनी सुरक्षा को लेकर अत्यधिक सावधानी बरतें और कोशिश करें अपनी गतिविधियों को सीमित रखें।
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दरअसल, दशकों से एक दूसरे के धूर विरोधी रहे ईरान और इजराइल आमने-सामने हैं. दूतावास पर हमले के बाद ईरान पूरी तरह से जंग के लिए तैयार है. ईरान इस हमले के लिए इजराइल को जिम्मेदार मान रहा है जबकि इजराइल इससे इनकार कर रहा है. माना जा रहा है कि अगले 24 से 48 घंटे में ईरान इजराइल पर हमला कर सकता है. 1 अप्रैल को दूतावास पर हुए हमले में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर और उसके कई सदस्यों की मौत हो गई थी. जिसके बाद दोनों देशों के बीच में तनाव चरम पर आ गया.
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विदेशी मीडिया वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान सबसे पहले इजराइल की सीमाओं को निशाना बना सकता है. फिलहाल दोनों देशों की सेनाएं पूरी तरह से अलर्ट मोड पर हैं. ईरान की ओर से हमले के अंदेशा को देखते हुए अमेरिका भी अलर्ट है. जिस समय ईरान में हमला हुआ था उस समय वहां के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने हमले का जवाब देने ने की बात कही थी. हमले में 13 लोगों की मौत हुई थी जिसमें ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के सात अधिकारी थे. इनमें सीनियर जनरल मोहम्मद रजा जाहेदी और उनके डिप्टी भी शामिल थे.