अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में महिला चिकित्सक के साथ छेड़छाड़ के मामले में रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। आरोपी नर्सिंग आफिसर सतीश कुमार की गिरफ्तारी हो चुकी है संस्थान की ओर से उसे निलंबित किया जा चुका है अब चिकित्सा उसकी सेवा समाप्ति की मांग कर रहे हैं। मांग के समर्थन में बड़ी संख्या में चिकित्सकों ने बुधवार को भी डीन अकैडमी कार्यालय का घेराव जारी रखा है। आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर डाक्टर हड़ताल पर है।
एम्स ऋषिकेश में ट्रामा सर्जरी विभाग में सोमवार की शाम आपरेशन के दौरान ड्यूटी पर तैनात एक महिला चिकित्सक के साथ वही ड्यूटी पर मौजूद नर्सिंग आफिसर सतीश कुमार निवासी राजस्थान में छेड़छाड़ की थी। चिकित्सक की ओर से अपने विभाग में इस मामले की शिकायत की गई। इसके बाद मंगलवार को रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन के बैनर तले बड़ी संख्या में चिकित्सकों ने डीन अकादमी कार्यालय का घेराव कर जोरदार हंगामा किया। इसके बाद कोतवाली पुलिस आरोपी को साइकैटरिस्ट वार्ड के भीतर से गिरफ्तार कर ले गई। एम्स प्रशासन की ओर से उसे निलंबित कर दिया गया था। इस मामले में राज्य महिला आयोग ने भी तत्काल संज्ञान लिया और अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने एम्स पहुंचकर सख्त कार्रवाई की बात कही।
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बुधवार को भी मामला थमा नहीं, रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने डीन एकेडमी कार्यालय का घेराव जारी रखा। उनकी मांग है कि आरोपी सतीश कुमार की सेवाएं तत्काल समाप्त की जाए और आरोपी की ड्यूटी लगाने वाले एएनएस सिनोज का भी निलंबन किया जाए।
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इस मामले में एम्स प्रशासन के अधिकारियों की फिर से बुधवार दोपहर में बैठक हुई। चिकित्साधीक्षक एम्स प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल से बातचीत करने पर उन्होंने कहा कि आरोपी का निलंबन कर दिया गया है। सेवा समाप्ति का अधिकार उच्च स्तर पर बैठे अधिकारियों को है। जिसके लिए अध्यक्ष एम्स को लिखा गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में एएनएस को नोटिस जारी कर 72 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है।