हरिद्वार में योग और आयुर्वेद को बढ़ावा: हरिद्वार, जो कि योग और आयुर्वेद का केंद्र है, में इन प्राचीन भारतीय पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
आयुर्वेद और योग ने लोगों को समान रूप से जागरूक किया है। इसलिए, आयुर्वेद और योग के महत्व को देखते हुए, भारत के लिए अपनी अंदरुनी शक्ति और अपनी सभ्यतागत शक्ति का विस्तार करना जरूरी है। अपने भी अपनी दादी नानी के घरेलू नुस्खे के बारे में सुना होगा। आज भी हम लोग अपनी दादी और नानी के घरेलू नुस्खे इस्तेमाल करते है आज कल लोग दवाइयों का इस्तेमाल कम कर इन घरेलू उपायों को अजमा रहे है। इन घरेलू नुस्खों से कोई नुकसान भी नहीं होता है। इसके अलावा ये स्वस्थ माध्यम से शरीर की सभी बीमारियों से रक्षा भी करते है। आयुर्वेद और योग भारत की अंदरुनी शक्ति का सबसे बड़ा स्रोत है। फिर भी आज हम इनका पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं कर पा रहे है। भारत आज भी आयुर्वेदिक प्रथाओं को पूरी तरह से अपनाने में संघर्ष कर रहा है।